अपनी नौकरी और अपनी निजी ज़िन्दगी के साथ साथ प्रिया समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभा रही है, अब इस मुहीम में उनके साथ और भी बहुत सारे लोग जुड़ गए है | उनकी इसी जिम्मेदारी और निष्ठापूर्ण कार्य को देखते हुए वर्ष 2018 में उन्हें राष्ट्रपति द्वारा “नारी शक्ति पुरस्कार” से नवाजा गया |
वो कहते है ना, “जाके पाँव न फटी बिवाई वह क्या जाने पीर पराई” अर्थार्त जब तक
इंसान खुद मुश्किल में नहीं होता है तब तक उसे दुसरो की तकलीफें का अंदाज़ा नहीं
होता है | कुछ ऐसा ही हुआ बंगुलुरु की पुष्पा प्रिया के साथ | पुष्पा ने अपनी
ग्रेजुएशन की शिक्षा हासिल करने में बहुत महनत की थी, जिसके एक वजह उनकी गरीबी भी
थी | प्रिया ने अपनी ग्रेजुएशन की पढाई पूरी करने के लिए काफी मशकत करनी पड़ी जिस
कारण उन्हें अपनी पढाई बीच में ही छोडनी पड़ती थी, जिसके बाद वो अपनी आगे की पढाई
के लिए पैसे जमा करती फिर अपनी पढाई करती | प्रिया ने अपनी ग्रेजुएशन में बी.ए.
किया है |
प्रिया अपनी पढाई पूरी
करने के बाद एक फर्म में काम करने लगी | पुष्पा जहाँ रहती है उसके पास में ही एक
स्कूल है जहाँ दिव्यांग बच्चे पड़ते है | घर के पास होने के कारण अक्सर पुष्पा इन
बच्चो से मिला करती थी | एक दिन उनकी एक दोस्त जो की उस स्कूल में भी पड़ती थी
उन्होंने उनसे एक बच्चे का प्रशन पत्र लिखने को कहा, जिसके लिए उन्होंने हाँ कर दी
| एक वो दिन था और एक आज का दिन है, पुष्पा ने लगभग 700 से ज्यादा लोगो के प्रशन
पत्र लिखे है |
पुष्पा एक महीने में लगभग
5-6 प्रशन पत्र लिख देती है जिसके हिसाब से अब वह 50-60 एग्जाम साल में लिख देती
है | प्रिया दृष्टिहीन बच्चो के साथ साथ और भी लोगो के लिए एग्जाम लिखती है | उनका
मानना है की जब आपको कुछ प्रतिभा मिली है तह उसको नेक काम में लगाया जाये | उन्होंने
प्रशन पत्र लिखने के लिए कोई ट्रेनिंग नहीं ली है | उनको कभी कभी बार बार प्रश्नों
को बोलना पड़ता है ताकि जिनके लिए वह उत्तर लिख रही है उन्हें प्रशन सही से समझ अये
|
अपनी नौकरी और अपनी निजी
ज़िन्दगी के साथ साथ प्रिया समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभा रही
है, अब इस मुहीम में उनके साथ और भी बहुत सारे लोग जुड़ गए है | उनकी इसी
जिम्मेदारी और निष्ठापूर्ण कार्य को देखते हुए वर्ष 2018 में उन्हें राष्ट्रपति
द्वारा “नारी शक्ति पुरस्कार” से नवाजा गया |
पुष्पा प्रिया हम सभी के लिए एक प्रेरणा का स्तोत्र है | यह
हमारी नई श्रंखला “वन मैन आर्मी” की पहली कड़ी है |
Our Travelling Blogs
Unexpected Experience in Manali
Follow our Travelling Page on Social Platforms
Instagram: https://www.instagram.com/travelling_bot/
Facebook: https://www.facebook.com/bot.travelling
Youtube: https://www.youtube.com/channel/UCKvwFLe30tzWNBkT1gSMitQ
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन जन्म दिवस - पुरुषोत्तम दास टंडन और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
ReplyDelete