दिल्ली मेट्रो अपने आप में ही एक बहुत बड़ा नाम बन चूका है | जो की एक दिन में लगभग लाखो लोगो को उनकी मंजिल तक पहुँचता है | मेट्रो का नेटवर्क लगभग पुरे दिल्ली में ही फेला हुआ है और जहाँ मेट्रो नहीं है, वहां मेट्रो को पहुँचाने का काम चल रहा है | यह न सिर्फ पूरी दिल्ली को अपसा में जोडती है बल्कि आस पास के इलाकों को भी जोडती है जैसे की नॉएडा, गुरुग्राम (गुडगांव), फरीदाबाद |
दिल्ली मेट्रो अपने आप में ही एक बहुत बड़ा नाम बन चूका है | जो की एक दिन में
लगभग लाखो लोगो को उनकी मंजिल तक पहुँचता है | मेट्रो का नेटवर्क लगभग पुरे दिल्ली
में ही फेला हुआ है और जहाँ मेट्रो नहीं है, वहां मेट्रो को पहुँचाने का काम चल
रहा है | यह न सिर्फ पूरी दिल्ली को अपसा में जोडती है बल्कि आस पास के इलाकों को
भी जोडती है जैसे की नॉएडा, गुरुग्राम (गुडगांव), फरीदाबाद |
दिल्ली मेट्रो अपने यात्रियों का धयान सिर्फ मेट्रो परिसर में ही नहीं बल्कि
मेट्रो परिसर के बहार भी रखती है | यात्री मेट्रो तक आराम से पहुँच सके इसके लिए
metro ने कई प्रकार की व्यवस्था कर राखी है | जैसे की दो मेट्रो लाइनों को जोड़ने
के लिए मेट्रो फीडर बस चलती है |
बड़ते प्रदूषण और जल वायु परिवर्तन को धयान में रखते हुए दिल्ली मेट्रो ने एक
नई योजना शुरू की है- RENT A BICYCLE. इसके तहत यात्री metro परिसर के बहर से
साइकिल को किराय पे ले सकते है और उसे कहीं भी घुमा सकते है | अभी इस योजना को कुछ
ही मेट्रो स्टेशन पे शुरू किया गया है |
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साकेत मेट्रो
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विश्वविद्यालय मेट्रो
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अक्षरधाम मेट्रो
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हौजखास मेट्रो
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द्वारका सेक्टर 14 मेट्रो
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बाराखम्बा रोड मेट्रो
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पटेल चौक मेट्रो
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मंडी हाउस मेट्रो
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शास्त्री पार्क मेट्रो
इन सभी मेट्रो स्टेशनों से साइकिल किराय पे ली
जा सकती है | इस किराया ₹ 10 प्रति घंटे के
हिसाब से होता है | इसके साथ ही सिक्यूरिटी के तौर पर एक ओरिजिनल ई.डी कार्ड रखना
पड़ता है जो की साइकिल बापस करते समय लौटा दिया जाता है |
इन सभी मेट्रो स्टेशनों के आस पास की जगहों का
मज़ा साइकिल से लिया जा सकता है | इन साइकल्स का सबसे ज्यादा प्रयोग विश्वविद्यालय
मेट्रो से होता है, जहाँ स्टूडेंट्स आके साइकिल किराय पे लेते है | यहाँ लगभग रोज
50-60 बच्चे साइकिल किराय पे लेते है और साथ ही बहुत सरे बच्चो को निराशा हाथ
लगती है क्योंकि अभी साइकल्स की संख्या सिर्फ 25 है | जिस वजह से काफी बच्चो को
निराश भी होना पड़ता है |
इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन घुमने वालो के लिए
भी साइकिल बहुत सहायक साबित होती है | इसके साथ ही लोग साइकल्स से CP (Connaught
Place) घुमने का मज़ा भी लेते है |
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